दक्षिण गोंडवाना चांदागड मे,गोंडी पूनेम की मूहर्त मेळ “चांदागड की गोटूल भूमी” एक यादगार पूनेमी स्थल है। इसी भूमि से “जागतिक गोंड सगा मांदी” ने शहिद बाबूराव पूलेसूर शेडमाके जी प्रेरणा से,आज गोंडी पूनेमी #movement चल पडी है।
शहिद बाबूराव पूलेसूर शेडमाके जी की याद मे 21आक्टोंबर 1858 ,इसी 21आक्टोंबर के दिन, दिवाली जैसा कोई भी तौहार क्यो न रहे!लेकिन उस दिन गोंड सगा हजारो की संख्या मे, गोटूल भूमी से शहिद भूमी चांदागड जेल तक,रैली मे आदरांजली देने जरूर आते है।अंतिम समापन गोटूल भूमी,गडचिरोली रोड,चांदागड मे ही,प्रबोधन,भोजन से होता हैगोंड समूदाय की ऐसी जागृती देख हमारे पूरखा पेन हर्षित होकर,जरूर आशिर्वाद प्रदान करते होंगे
शहिद बाबूराव पूलेसूर शेडमाके जी की याद मे 21आक्टोंबर 1858 ,इसी 21आक्टोंबर के दिन, दिवाली जैसा कोई भी तौहार क्यो न रहे!लेकिन उस दिन गोंड सगा हजारो की संख्या मे, गोटूल भूमी से शहिद भूमी चांदागड जेल तक,रैली मे आदरांजली देने जरूर आते है।अंतिम समापन गोटूल भूमी,गडचिरोली रोड,चांदागड मे ही,प्रबोधन,भोजन से होता हैगोंड समूदाय की ऐसी जागृती देख हमारे पूरखा पेन हर्षित होकर,जरूर आशिर्वाद प्रदान करते होंगे
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